मुंबई की अदालत ने बूटलेगिंग मामले में ‘सट्टेबाज’ अनिल जयसिंघानी की ट्रांजिट रिमांड मध्य प्रदेश पुलिस को दी
ईडी ने विदेश में भी गंभीरता से इस मामल की जांच शुरू कर दी है. रायपुर में पीएमएलए विशेष न्यायालय ने भी फरार संदिग्धों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किए हैं. भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच पर सट्टा लगा रहे चार सट्टेबाजों को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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सबका नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था. माटुंगा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, जुआ अधिनियम, आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं को लागू करते हुए एफआईआर दर्ज की है और आगे की जांच जारी है, हालांकि कई नाम सामने आ रहे हैं. इसके साथ ही, महादाव ऐप की राजनेताओं, ग्लैमर हस्तियों और अब यहां तक कि कॉरपोरेट्स के बीच व्यापक प्रभाव के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भी जांच की जा रही है, इससे इन क्षेत्रों में झटका लगा है.
ये वो लोग हैं, जिन्हें 18 सितंबर की पार्टी में शामिल किया गया था और उन्हें भुगतान किया गया था. इस तरह के बॉलीवुड के सेलेब्स की कुल संख्या 70 से अधिक हो गई है. कुछ ने शो और प्रमोशन के लिए एग्रीमेंट पर साइन किए थे.
कई बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियां भी जांच के दायरे में थे क्योंकि उन्होंने अवैध सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा दिया था. जिनमें अभिनेता रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा कुरेशी, नुसरत भरूचा, सनी लियोन और कई अन्य कलाकार भी शामिल थे. कई बॉलीवुड एक्टर और एक्ट्रेस भी जांच के दायरे में हैं.
ईडी ने उसेके ठिकानों और गोविद केडिया जैसे उसके सहयोगियों के यहां तलाशी ली. विकास छपारिया के स्वामित्व वाली लाभकारी संस्थाओं के नाम पर जमा 236.3 करोड़ रुपये की नकदी और सिक्यूरिटि होल्डिंग्स को ईडी ने पीएमएलए 2002 के तहत जब्त कर लिया. ईडी ने योगेश पोपट, मिथिलेश और इस शादी से जुड़े आयोजकों के ठिकानों पर तलाशी ली. जहां से 112 करोड़ रुपये की हवाला रकम हासिल करने से जुड़े सबूत सामने आए. इसके बाद योगेश पोपट की निशानदेही पर आंगड़िया के यहां तलाशी ली गई.
लेकिन शुक्रवार को गायकों और कलाकारों की एक ऐसी लंबी लिस्ट सामने आई है, जिनसे प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) की टीम पूछताछ कर सकती है. सट्टेबाजी से होने वाली आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं. भारत में सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन और नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए प्रमोशन किया जाता है, और उसके लिए बड़े पैमाने पर पैसा खर्च किया जा रहा है. ईडी ने पहले छत्तीसगढ़ राज्य में तलाशी ली थी और इस सट्टेबाजी सिंडिकेट के मुख्य संपर्ककर्ता सहित four आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ‘प्रोटेक्शन मनी’ के रूप में रिश्वत दिया करते थे. शादी के लिए वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से बुलाकर काम दिया गया था.
भिलाई (छत्तीसगढ़) के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक एप के मुख्य प्रवर्तक हैं, जो इसे दुबई से संचालित करते हैं. मुंबई पुलिस ने महादेव बुक ऐप प्रमोटर्स और डाबर ग्रुप के चेयरमैन और डायरेक्टर के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर (FIR) को माटुंगा पुलिस स्टेशन से मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, एफआईआर में सट्टेबाजी के लिए एप्लिकेशन के इस्तेमाल और कथित मैच फिक्सिंग का भी जिक्र है.
फरवरी 2023 में सौरभ चंद्राकर की शादी के लिए महादेव एप के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे. परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे. महादेव बुक ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी, जो संयुक्त अरब अमीरात में हुई थी.
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ये एफआईआर खिलाड़ी ऐप के खिलाफ की गई थी, जो महादेव बुक का सहायक ऐप भी है. आजतक ने एक महीने पहले एक रिपोर्ट में बताया था कि महादेव ऐप प्लेटफॉर्म के सरगना सौरभ चंद्राकर ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई मुश्तकीम से हाथ मिला लिया है. इसमें एक एप है ‘खेलोयार’ जो भारत और पाकिस्तान में चलाया जा रहा है. मुंबई में दर्ज एफआईआर में भी सौरभ चंद्राकर, मुश्तकीम, रवि उप्पल और कई अन्य लोगों द्वारा चलाए जा रहे मैच फिक्सिंग रैकेट का उल्लेख है.
- ये एफआईआर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, डाबर समूह के अध्यक्ष मोहित बर्मन और निदेशक गौरव बर्मन समेत 32 आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई थी.
- ईडी ने इस सिलसिले में भोपाल, मुंबई और कोलकाता में कई ठिकानों पर तलाशी ली और इसी दौरान बहुत सी अहम बातों को खुलासा भी किया.
- ईडी ने सौरभ और रवि के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है.
- ईडी ने उसेके ठिकानों और गोविद केडिया जैसे उसके सहयोगियों के यहां तलाशी ली.
- ईडी की रडार पर महादेव बुक ऐप
- लेकिन शुक्रवार को गायकों और कलाकारों की एक ऐसी लंबी लिस्ट सामने आई है, जिनसे प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) की टीम पूछताछ कर सकती है.
सूत्रों के मुताबिक, ईडी उस बॉलीवुड स्टार से भी पूछताछ कर सकती है, जिसे दुबई की पार्टी में शामिल होना था. इतना ही नहीं जांच में सामने आया है कि कई बॉलीवुड स्टार्स महादेव बुक ऐप के प्रमोशन में शामिल रहे हैं. बेहद साधारण परिवार से आने वाले सौरभ चंद्राकर ने साल 2018 तक छत्तीसगढ़ के भिलाई में महादेव जूस सेंटर के नाम से एक छोटा सा जूस सेंटर चलाया. वो तब तक कुछ ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स पर दांव लगाता था और 10 से 15 लाख रुपये हार चुका था.
जहां से 2.37 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई. शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार रोहित कुमार मुर्गोई और दिनेश खंबाट, मोहित बर्मन और गौरव बर्मन से जुड़े हुए हैं. एफआईआर में यह भी लिखा है कि मोहित बर्मन और गौरव बर्मन की क्रिकेट लीग की एक टीम में इक्विटी हिस्सेदारी है और प्लेयर्स बुक वेबसाइट पोर्टल को चलाने के लिए उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ साझेदारी की है. आरोपी अमित शर्मा इन दोनों से जुड़ा हुआ है, वो इस प्रक्रिया में उनकी मदद करता है. चंदर अग्रवाल की लीग में बैकडोर पार्टनरशिप है और उनकी मदद दुबई के कनेक्टिंग पर्सन हेमंत सूद और रोहित कुमार मुर्गोई करते हैं.
जिस जगह पर बुलाया जाता था, वहां कमरे में खाने-पीने से लेकर टीवी की व्यवस्था रहती थी. कई लोग फोन से भी लगातार इन लोगों से जुड़े होते हैं. मैच शुरू होने के आधा घंटा पहले सट्टेबाजी के आवश्यक नियमों की जानकारी दे दी जाती हैं. हल्द्वानी,13 फरवरी (आईएएनएस)। हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई हिंसा मामले में पुलिस दंगाइयों की धड़पकड़ लगातार कर रही है। पुलिस…
इसी लिए मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच के साइबर सेल की मदद से की जाएगी. शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग में उनकी भागीदारी के बारे में अधिक जानकारी और सबूत हासिल करने के लिए मोहित बर्मन, गौरव बर्मन और हरेशी कालाभाई और उनके अन्य सहयोगियों की जांच की जानी चाहिए. ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव बुक ऐप के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े शुभम सोनी का लिखित और रिकॉर्ड किया गया बयान हासिल हुआ है, जिसने आरोप लगाया कि उसने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम दी थी. ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव बुक ऐप के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े शुभम सोनी का लिखित और रिकॉर्ड किया गया बयान मिला है. उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये से ज्यादा दिए गए हैं. इससे पहले भी ईडी की जांच में पता चला था कि कैसे पुलिसकर्मी महादेव बुक ऐप प्रमोटरों के लिए लाइजनिंग में शामिल थे और राजनेता उनकी मदद कर रहे थे.
उन पर अवैध सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा देने का आरोप हैं. इनमें रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा कुरेशी, नुसरत भरूचा, सनी लियोन और कई अन्य नाम शामिल हैं. महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस में बड़े एक्शन की जानकारी सामने आई है.
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उनकी कंपनी मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक संयुक्त अरब अमीरात में एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलती है और 70% -30% लाभ अनुपात पर अपने ज्ञात सहयोगियों को «पैनल/शाखाओं» की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होती है. इसी सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में मुंबई, भोपाल, कोलकाता के उन हवाला ऑपरेटरों के यहां छापे मारे थे, जिन्होंने इस इवेंट के लिए रकम मुंबई की इवेंट फर्म को भेजी थी. ईडी ने जांच में पाया कि महादेव बुक ऐप और सट्टेबाजी से जुड़े इस नेक्सस में छत्तीसगढ़ के कुछ राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं की मिलीभगत भी है. ईडी की रडार पर महादेव बुक ऐप महादेव बुक ऐप ईडी की रडार पर है.
महादेव बुक ऐप के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और छत्तीसगढ़ पुलिस जांच कर रही है. एफआईआर में शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार, रोहित कुमार मुर्गोई और दिनेश खंबाट, मोहित बर्मन और गौरव बर्मन से जुड़े हुए हैं. एफआईआर में यह भी लिखा है कि मोहित बर्मन और गौरव बर्मन की क्रिकेट लीग की एक टीम में इक्विटी हिस्सेदारी है.
जिन लोगोें को सट्टेबाजी खेलनी होती है उन्हें एक विशेष मोबाइल नंबर दिया जाता है और इसके लिए दस हजार की रजिस्ट्रेशन फीस भी जमा करायी जाती है. सट्टेबाजी शुरू होते ही उसकी पल-पल की रिपोर्ट की जानकारी सट्टा खेलने वाले के मोबाइल नंबर पर भी दिया जाता है. सट्टेबाजी में शामिल होनेवाले लोगों की लिस्ट बनाते हैं. इन सभी लोगों को निश्चित स्थान और समय पर बुलाया जाता था.
हाल ही में एजेंसी ने एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के सीएम के राजनीतिक सलाहकार के साथ संबंध हैं. आशंका है कि चंद्राकर और उप्पल ने अपनी अवैध गतिविधियों को नजरअंदाज करने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों, राजनेताओं और अन्य लोगों को रिश्वत में सैकड़ों करोड़ रुपये दिए.
उनके पास लगभग 2000 केंद्र थे, जहां दो से तीन व्यक्ति कमीशन के लिए अपने केंद्र चला रहे थे. ऐप का कारोबार देश भर के कई अन्य राज्यों में फैल गया था. महादेव बुक ऐप के खिलाफ दर्ज मामले उन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने के हैं, जिन्होंने ऐप में अपनी मेहनत की कमाई खोने के बाद आत्महत्या कर ली. जिसमें सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल के साथ-साथ अन्य आरोपियों विकास छापरिया, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, विशाल आहूजा और धीरज आहूजा सहित चौदह लोगों को नामजद किया गया था.
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फ्रूट जूस विक्रेता से सट्टेबाज बने सौरभ चंद्राकर और उसके करीबी रवि उप्पल ने महादेव बुक ऐप की सक्सेस पार्टी 18 सितंबर को दुबई में रखी थी. इसका जिम्मा मुंबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को दिया गया था. सौरभ अंडरवर्ल्ड डॉन और ग्लोबल टेरर फाइनेंसर दाऊद इब्राहिम का सहयोगी माना जाता है.
मुंबई पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर उद्योगपति मोहित बर्मन और गौरव बर्मन पर भी एफआईआर दर्ज की है. ये दोनों डाबर ग्रुप के चेयरमैन और डायरेक्टर बताए गए हैं. इस मामले की जांच के दौरान ईडी को पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर हैं और दुबई से ऑपरेट करते हैं.
पहली शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बनकर ने माटुंगा पुलिस में दर्ज कराई थी, इसमें दावा किया गया था कि सट्टेबाजी ऐप के जरिए हजारों लोगों से 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई है. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा आरोप लगाए जाने के बीच इस मामले की जांच चल रही है. साहिल खान के अलावा, अन्य बॉलीवुड हस्तियां जिन्होंने कथित तौर पर महादेव ऐप का इस्तेमाल किया या प्रचार किया, वे जांच के दायरे में हैं. पिछले साल 18 सितंबर की उस सक्सेस पार्टी और फिर इसी साल फरवरी में सौरभ चंद्राकर की शादी में शामिल होने वाले सेलेब्स की संख्या में इजाफा होता जा रहा है.
प्लेयर्स बुक वेबसाइट पोर्टल में संचालन के लिए उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ साझेदारी की है. इससे पहले भी ईडी की जांच में पता चला था कि कैसे पुलिसकर्मी महादेव बुक ऐप प्रमोटरों के लिए लाइजनिंग में शामिल थे और राजनेता उनकी मदद कर रहे थे और कथित तौर पर हवाला नेटवर्क के जरिए रिश्वत ले रहे थे. सोनी ने यह भी आरोप लगाया कि वो पूर्व में बघेल सहित वरिष्ठ राजनेताओं से मिल चुके हैं. ईडी ने महादेव ऑनलाइन बुक एप के मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल दूसरे अहम खिलाड़ियों की पहचान भी कर ली है. यह पाया गया कि कोलकाता में मौजूद विकास छपारिया महादेव एप के लिए हवाला से संबंधित सभी काम संभाल रहा था.
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यह मुद्दा पहली बार तब सुर्खियों में आया, जब ईडी ने दावा किया कि महादेव ऐप ने कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है. ये एफआईआर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, डाबर समूह के अध्यक्ष मोहित बर्मन और निदेशक गौरव बर्मन समेत 32 आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई थी. एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बैंकर की शिकायत पर कुर्ला मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश पर महादेव सट्टेबाजी ऐप के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थी. दुबई में दोनों ने छोटे-मोटे काम किए और किसी तरह महादेव बुक ऐप नामक सट्टेबाजी ऐप लॉन्च करने के लिए पैसा जुटाने में कामयाब रहे, यह नाम भिलाई में चंद्राकर के जूस सेंटर से लिया गया है. इस ऐप को यूरोप स्थित कुछ सॉफ़्टवेयर कोडर्स द्वारा विकसित किया गया था और 2020 में महामारी लॉकडाउन के दौरान लॉन्च किया गया था.
पकड़े गये सट्टेबाजों ने बताया कि वह लोग एजेंट के तौर पर काम करते हैं. फिलहाल पुलिस पकड़े गये सट्टेबाजों से पूछताछ के आधार पर गिरोह के सरगना तक पहुंचने की रणनीति बना रही है. गिरफ्तार सट्टेबाज महावीर स्थान निवासी अजय बिल्डर से फ्लैट भाड़े पर लेकर सट्टेबाजी का धंधा करता था. प्रवर्तन निदेशालय (ED) मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप की जांच कर रहा है, जो अवैध सट्टेबाजी कराने वाली वेबसाइटों के लिए नए यूजर्स का इंतजाम करता है. साथ ही ये एप सट्टेबाजों की यूजर्स आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों में वेब के जरिए पैसे की हेराफेरी करने में सक्षम ऑनलाइन प्लेटफार्मों की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है. डाबर समूह ने अब तक इस घटनाक्रम पर कोई कमेंट नहीं किया है और बार-बार कोशिश करने के बावजूद कोई अधिकारी टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हैं.
फिर कुछ रकम कैश और कुछ रकम चेक के जरिए ली थी, जबकि इनमें से कईयों ने हवाला चैनल के ज़रिए भी कैश लिया था. ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप ‘महादेव गेमिंग-बेटिंग ऐप’ केस में अब बहुत से गायक और फिल्मी सितारे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर आ गए हैं. गुरुवार को इस मामले में रणबीर कपूर के अलावा हुमा कुरैशी, कपिल शर्मा और हिना खान का नाम भी सामने आया था.
इनके पास से पुलिस ने एक टेलीफोन एक्सचेंज मशीन भी बरामद की है. बता दें कि टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का रिकॉर्ड कायम किया है. इस ऐतिहासिक जीत में दोनों टीमों के बीच सिर्फ एकमात्र फर्क था और वो थे चेतेश्वर पुजारा. बता दें कि दानापुर सहित पटना जिले में बड़े पैमाने पर क्रिकेट मैचों में सट्टेबाजी की जाती रही है. पहले भी दानापुर के तार सट्टेबाजी से सीधे तौर पर जुड़ चुके हैं.
कथित तौर पर हवाला नेटवर्क के जरिए रिश्वत ले रहे थे. सोनी ने यह भी आरोप लगाया कि वो बघेल समेत वरिष्ठ राजनेताओं से मिल चुके हैं. मुंबई पुलिस की एफआईआर 7 नवंबर को माटुंगा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी.
आजतक/इंडिया टुडे ने उस एफआईआर की कॉपी हासिल कर ली है और एफआईआर में उल्लिखित आरोपी नंबर sixteen और 18 उद्योगपति मोहित बर्मन और गौरव बर्मन हैं, जो एफआईआर में नामित 31 आरोपियों में से ही हैं. एफआईआर में मोहित बर्मन के नाम का उल्लेखित पता फोर्ट मुंबई का है, जहां कंपनी रजिस्ट्रार के अनुसार उनकी निवेश कंपनी का एक कार्यालय स्थित है. सौरभ और रवि के पास 6000 करोड़ से ज्यादा होने का शक है. बड़ी मात्रा में नकदी को हवाला के जरिए दुबई भेजा गया है. एजेंसियों को शक है कि इतने बड़े पैमाने पर महादेव बुक ऐप के दुबई से संचालन में दाऊद इब्राहिम गैंग ने मदद की. चंद्राकर और उप्पल दुबई में एक आलीशान हवेली में रहते थे और भागने से पहले उनके पास वहां लक्जरी कारों का एक बेड़ा था.
बैंकर की शिकायत के अनुसार एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि आरोपी चंदर अग्रवाल और लंदन निवासी दिनेश खंबाट भारत में आयोजित क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग के लिए मुख्य सट्टेबाज हैं. आरोपी अमित शर्मा जो इन दोनों से जुड़ा हुआ है, इस प्रक्रिया में उनकी मदद करता है. लीग में चंदर अग्रवाल की बैक डोर से साझेदारियां हैं और उनकी मदद दुबई के हेमंत सूद और रोहित कुमार मुर्गोई करते हैं. इसके अलावा, पीएमएलए 2002 के तहत ही गोविंद कुमार केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की संपत्ति भी ईडी ने जब्त कर ली है. गोविंद कुमार केडिया के परिसर में तलाशी के परिणामस्वरूप 18 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा और 13 करोड़ रुपये की कीमत के सोना और आभूषण भी जब्त किए गए हैं. अब तक ईडी ने रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर तलाशी ली है और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है.
आजतक/इंडिया टुडे ने पहले खास तौर पर दाऊद इब्राहिम गैंग और दाऊद के छोटे भाई मुश्ताकीन के साथ चंद्राकर और उप्पल के संबंधों के बारे में रिपोर्ट की थी. मुंबई की एफआईआर में सौरभ चंद्राकर, मुश्ताकीन, उप्पल और कई अन्य लोगों द्वारा चलाए जा रहे मैच फिक्सिंग रैकेट का उल्लेख है. इसके अलावा कोई भी सट्टेबाजी के स्थान पर नहीं जमा होते हैं. इसके लिए बुकी सट्टे खेलने वालों के फोन की भी रिकॉर्डिंग कर लेता है.
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